hint, riddle, metaphor, sign
गुप्त संकेत, छिपा हुआ इशारा, छिपी हुई बात, उर्दू साहित्य की परिभाषा में उपमेय का वर्णन न करके, केवल उपमान का वर्णन करना, जैसे-- कहा जाय कि ‘नगस ने मोती बरसाये और मतलब यह हो कि प्रेयसी की आँखों से आँसू गिरे । यहाँ ‘र्नागस’ ‘आँख का उपमान है और ‘मोती’ ‘आँसू' का । प्रस्तुत के स्थान पर अप्रस्तुत की योजना की जाय, जैसे-‘चश्मे-गिरियाँ ने लुटाये थे गृहर-रात भर रोए थे हम, शबनम नहीं ।"